एक दुबला पतला पति प्रातः काल में वीर रस की पुस्तक पढ़कर अपने आप को शेर समझने लगा!
उसकी पत्नी ने कहा ' नहा लीजिये' ! पति [जोश से] 'शेर कभी नहाया नहीं करते'! पत्नी 'शेरनी के कहने पर भी नहीं?' पति [होश से]" अरे ठन्डे ठन्डे पानी से नहाना चाहिए, शेरनी कहे या न कहे ,नहा लेना चाहिए!
उसकी पत्नी ने कहा ' नहा लीजिये' ! पति [जोश से] 'शेर कभी नहाया नहीं करते'! पत्नी 'शेरनी के कहने पर भी नहीं?' पति [होश से]" अरे ठन्डे ठन्डे पानी से नहाना चाहिए, शेरनी कहे या न कहे ,नहा लेना चाहिए!
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